बैतूल -मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आठनेर नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस पार्षदों द्वारा क्रॉस वोटिंग करने के आरोप में महिला पार्षदों को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है।
इधर दूसरी ओर शोसल मीडिया प्रभारी सारणी निवासी भूषण कांति को अनुशाशन हीनता का आरोप लगाकर अपने पद से हटा दिया गया हालांकि अब तक उनके स्थान पर किसी अन्य की नियुक्ति नहीं हुई है । राजीव सिंह उपाध्यक्ष संघठन प्रभारी ने आठनेर नगर परिषद के चुनावों में अध्यक्ष पद के खिलाफ क्रास वोटिंग करने वाली रीता प्रदीप झोड़,प्रियंका प्रदीप झोड़ ओर रंजीत परेश मगरदे को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया है ।

उल्लेखनीय है कि इन्हें पहले समय सीमा में जवाब देने का समय दिया गया था लेकिन तीनो ने कांग्रेस कमेटी के समक्ष अपना जवाब प्रस्तुत नही किया था । चुनाव के 6 माह बाद आठनेर पार्षदों पर हुई निष्कासन की कार्यवाही और जिले में सोशल मीडिया में कांग्रेस के सबसे सक्रिय भूषण क्रांति को अपने पद से हटाया जाना जिले की कांग्रेस के बदलते तेवर और कार्यप्रणाली का संकेत है किंतु इन घटनाओं को कुछ लोग गुटीय राजनीति से जोड़कर भी देख रहे हैं। जिसका प्रभाव शायद आगामी समय में दिखाई दे। राजनीतिक पार्टियों में अनुशासन बना रहे इसके लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए और यह आवश्यक भी है किंतु विलंब से हुई कार्रवाई भी बहुत अधिक प्रभावी नहीं मानी जाती। फिर भी बीते कुछ वर्षों में यह पहला अवसर है जब इस प्रकार की कार्रवाई कर कांग्रेस ने एक नया मैसेज देने का प्रयास किया है।

कांग्रेस जिला अध्यक्षो ने कहा प्रदेश कांग्रेस को हुई थी शिकायत वहीं से हुई कार्यवाही
यह उल्लेखनीय है कि मुलताई नगर पालिका चुनाव में भाजपा के पार्षदों पर भी क्रास वोटिंग आरोप लगा था किंतु भाजपा ने एक माह में ही जो कार्यवाही करनी थी वह कर दी थी इतने समय बाद कांग्रेस की निष्कासन की कार्रवाई को आप कैसे देखते हैं हमने इस संबंध में जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनील गुड्डू शर्मा से चर्चा की और उनसे जानना चाहा की विलंब से कार्यवाही का कांग्रेस पर क्या प्रभाव पड़ेगा उन्होंने कहा यह पार्षदों की शिकायत प्रदेश कांग्रेस कमेटी को की गई थी वहीं से यह कार्यवाही हुई है इस संबंध में बहुत ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता

यह पूछे जाने पर कि भूषण क्रांति जैसे सक्रिय व्यक्ति को अपने पद से हटाए जाने के क्या कारण रहे उन्होंने कहा कि आईटी सेल प्रमुख की जवाबदेही सभी कांग्रेस विधायक और उनके संगठनों का प्रचार प्रसार करना होता है संगठनों और विधायकों से निरंतर शिकायतें मिल रही थी इसलिए यह कार्रवाई की गई है हमने यही प्रश्न जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण हेमंत वागदरे से पूछा उन्होंने कहा कि यह सभी प्रक्रिया जब हुई थी तब मैं अध्यक्ष नहीं था इसलिए संबंध मैं कुछ नहीं कह सकता और यह निर्णय प्रदेश कांग्रेस कमेटी का है इसलिए भी मैं इसमें कुछ नहीं कह सकूंगा।
क्या है आठनेर नगर पालिका चुनाव का मामला
15 पार्षदों वाली आठनेर नगर परिषद के चुनाव में भाजपा के 9, कांग्रेस के 5 और एक निर्दलीय पार्षद जीते थे। कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के लिए सारिका माथनकर को मैदान में उतारा था और भाजपा ने सुषमा जगताप को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया था। मतदान के बाद भाजपा उम्मीदवार सुषमा को 13 वोट मिल गए जबकि भाजपा के पास मात्र 9 पार्षद थे। कांग्रेस की सारिका माथनकर को मात्र 2 वोट ही मिल पाए थे। उपाध्यक्ष चुनाव में भाजपा के विनय जीतपुरे को 13 वोट मिल गए थे और कांग्रेस की प्रियंका राठौर 2 ही वोट हासिल कर पाईं थी। क्रास वोटिंग को लेकर चुनाव के प्रभारी द्वारा शिकायत की गई थी।