मुलताई- पवित्र नगरी मुलताई का मुख्य पोस्ट ऑफिस भवन दिन-ब-दिन बदहाल होते जा रहा है हालत इतनी बदतर है की वर्षा काल में भवन भवन के बरामदे में खड़ा रहना कठिन होता है ।उपभोक्ताओं को भी और पोस्ट ऑफिस के अंदर बैठे कर्मचारी को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
जानकार बताते हैं कि बिल्डिंग की हालत इतनी खराब है भवन के पास जाते हुए डर लगता है। अंदर की हालत और भी खराब है जगह-जगह दीमक लग रही है छत पर लगी सीलिंग जगह-जगह से टूट रही है प्लास्टर निकल रहा है। 2012-13 में एरो प्रोजेक्ट के तहत पोस्ट ऑफिस का रिन्वुअल हुआ था उसके बाद से देखरेख के अभाव में और लगातार उपेक्षा के कारण पोस्ट ऑफिस भवन दिन पर दिन और खस्ताहाल होता जा रहा है।

मुलताई पोस्ट ऑफिस जिले का प्राचीन एवं महत्वपूर्ण पोस्ट ऑफिस माना जाता है पूर्व में काम की अधिकता होने के कारण स्टेट बैंक एवं इसके बाद गांधी वार्ड में एकल व्यक्ति पोस्ट ऑफिस खोला गया था जिसे कुछ वर्षों पहले बंद कर दिया गया इसके बाद से संपूर्ण क्षेत्र के पोस्ट ऑफिस की मेन ब्रांच मसोद रोड, कन्या शाला के पास पुरानी बिल्डिंग में संचालित हो रहा है वर्क दबाव बढ़ता जा रहा है और साधन और सुविधाओं का अभाव हो रहा है।

पोस्ट ऑफिस में घुसा कबर बिज्जू टुटी सीलिंग मचा हड़कंप
पोस्ट ऑफिस भवन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब पोस्ट ऑफिस भवन की छत में लगी टीन से घुसकर एक कबर बिज्जू अंदर आ गया और सीलिंग कमजोर होने के कारण सीलिंग टूटकर नीचे आ गिरी और एक अनजान से जानवर को देखकर संपूर्ण ऑफिस में भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई। कर्मचारियों ने बताया कि डाकघर भवन के ऊपर लगी टीन और सीलिंग के बीच की जगह मे कबर बिज्जू घूमता रहा इसके बाद सीलिंग इतनी कमजोर थी सीलिंग टूटकर जमीन पर आ गिरी ऐसे में कोई कर्मचारी इसकी चपेट में भी आ सकता था।

कितना महत्वपूर्ण है मुलताई का मुख्य पोस्ट ऑफिस
मुलताई तहसील मे कार्यरत पोस्ट ऑफिस की 22 ब्रांच 5 सब पोस्ट ऑफिस जिसमें दुनावा, साईखेड़ा, मासोद, प्रभात पट्टन ,राय आमला ,संचालित होते हैं। इन सभी ब्रांच एवं सब पोस्ट ऑफिस का संचालन मुख्य पोस्ट ऑफिस मुलताई से किया जाता है। जिसमें 40 से 50 हजार खाते संचालित होते हैं। इसके अलावा पार्सल, एटीएम कार्ड डिलीवरी, मेल, बैंकिंग, आधार कार्ड, लाडली लक्ष्मी बहना खाता संचालन आदि कार्यों का संचालन यहीं से होता है किंतु जैसे-जैसे पोस्ट ऑफिस का कार्य बढ़ता जा रहा है पोस्ट ऑफिस और इन के साधन घटते जा रहे हैं जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।

खतरनाक पहुंच मार्ग, संभल के चलते है तो ही पहुंचते है।
जैसे-जैसे पोस्ट ऑफिस की जरूरत बढ़ती जा रही है वैसे वैसे ही पोस्ट ऑफिस का भवन ,साधन ,सुविधाओं का अभाव भी बढ़ता जा रहा है । शासन की अनदेखी का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि संपूर्ण मुलताई तहसील के प्रमुख पोस्ट ऑफिस में पहुंचने के लिए ठीक रास्ता तक नहीं है। मासोद रोड निर्माण होने से रोड ऊंचा हो गया है और पोस्ट ऑफिस में पहुंचने के लिए नीचे ढलान हो गई है जहां बोल्डर पत्थर पड़े हैं अनेकों बार यहां पर उपभोक्ता वर्षा काल में गिर कर जख्मी हो चुके हैं।
इनका कहना
हमने समय-समय पर हमारे अधिकारियों को पोस्ट ऑफिस की स्थिति से अवगत कराते हुए नया भवन या भवन का सुधार कार्य कराए जाने के लिए लिखा है।
रमेश धोबले
उपडाकपाल सब पोस्ट मास्टर मुलताई