मुलताई – पिता जो अपने पुत्र को हर मुसीबत से बचाता है उसे ही अपने पुत्र के गले में कटार भोग कर हत्या करनी पड़ी। ऐसे ही एक सनसनीखेज मामला आमला थाना अंतर्गत सामने आया है।
पुलिस ने आमला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम ससाबड़ मे हुए अंधे कत्ल का खुलासा करने का दावा करते हुए बताया है कि मृतक अपने माता-पिता से दारू पीकर मारपीट करता था जिससे परेशान होकर पिता ने अपने पुत्र की गले में कटार मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कुसुम बिंझवे पति अभिराम बिंझवे उम्र 55 नि. ससाबड़ ने सूचना दिया कि उसका बेटा संतोष बिंझवे उम्र 28 साल का शव उसके घर के पीछे की ओर मृत अवस्था मे पड़ा हुआ है तथा गले पर धारदार हथियार से चोंट के निशान है । घटना की सूचना तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई तथा सूचना पर थाना आमला मे मर्ग प्रकरण कायम कर जाँच मे लिया गया ।

डाक्टर द्वारा दिये गये पी.एम. रिपोर्ट में मृतक संतोष बिंझवे को गले मे तेज धारदार हथियार से मारकर हत्या करना बताया गया । प्रकरण की गंभीरता को दृष्टीगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक सुश्री सिमाला प्रसाद, एएसपी नीरज सोनी एवं एसडीओपी मुलताई सुश्री नम्रता सोधिया घटना स्थल पहुँचकर मौका मुआवना उपरांत आवश्यक साक्ष्य एकत्र करने तथा आरोपियान की शीघ्र पतासाजी के निर्देश दिये गये । विवेचना के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में विवेचना टीम गठित कर घटना एवं मृतक संतोष बिंझवे से संबंधित प्रत्येक पहलुओं पर सूक्ष्मता से विवेचना की गई साथ ही तकनीकि साक्ष्य भी एकत्र किये गये ।

मृतक के माता पिता आपस मे विरोधाभाषी कथन दे रहे थे तथा मृतक के पिता अभिराम के शरीर पर कुछ चोंट के निशान भी पाये गये थे । हत्या से संबंधित सभी संभावनाओं पर विवेचना करने के उपरांत यह तथ्य स्पष्ट हो गया कि मृतक संतोष बिंझवे की हत्या उसके परिजनों द्वारा ही की गई है । वक्त घटना के मृतक के घर में उसके पिता अभिराम और माँ कुसुम बिंझवे के अतिरिक्त अन्य कोई और नही था । सबब मृतक के माता – पिता को तलबकर नियमानुसार पूछताछ की गई । जो दोनों कभी कुछ कभी कुछ बताकर गुमराह करने का प्रयास भी किये किन्तु विवेचना मे आये तकनीकि साक्ष्य के आधार पर जब बारिकी से पूछताछ की गई तो मृतक के पिता अभिराम बिंझवे ने जुर्म स्वीकार कर बताया कि उनका बेटा संतोष बिंझवे का व्यवहार अच्छा नही रहा है वह कई सालों से उनके साथ शराब पीकर मारपीट करता आ रहा । अभी तक करीबन 8 – 10 बार मारपीट कर चोंट पहुँचा चुका है । दिनाँक 25/09/2022 को भी मृतक ने अपने पिता अभिराम को शराब पीकर कुल्हाड़ी मार दिया था जिससे उसका दाहिना कान कट गया था, इस कारण वह अहमदाबाद काम करने भाग गया था । पूर्व मे एक बार हाथ भी तोड़ दिया था ।

जब वह दिनाँक 10/10/2022 को संतोष बिंझवे अहमदाबाद से वापस ससाबड़ आया तो घर मे बैग रखकर आमला में अपने चचेरा भाई राजेश के घर मे रहने चला गया । फिर दिनाँक 12/10/2022 की शाम 07.00 बजे करीब घर आया तो शराब पीने के लिये पैसे मांगने लगा तथा मना करने पर लकड़ी से माता पिता दोनों के साथ मारपीट किया । जिससे पिता अभीराम के चेहरे एवं पसली मे चोंट लग गई थी । फिर माँ कुसुम बाई के द्वारा 100 रूपये देने पर दोस्तों के साथ शराब पीने चला गया । इसके बाद रात करीबन 10.30 बजे संतोष बिंझवे नशे की हालत में घर वापस आया तो फिर से गंदी गंदी गालियां देकर माता पिता के साथ मारपीट करने लगा । फिर नशे की हालत मे चुल्हे के पास लेटकर अनाप शनाप बड़बड़ाने लगा तो पिता अभिराम ने घर मे रखी कटार से उसका गला काट दिया और खून न बहे इसलिये उसी का एक जींस का पेंट निकालकर गले में मजबूती से कस दिया । फिर रात करीबन 01.00 बजे पिता अभिराम ने मृतक संतोष के दोनों पांव पकड़ा और माँ कुसुम बाई ने उसके दोनों हाथ पकड़े और पीछे के दरवाजे से निकालकर लाश को धीरे धीरे खींचते हुये घर के पीछे की तरफ ढलान में कच्ची रोड़ के किनारे तक लेकर गये लाश को फेंक दिया ।

फिर अभीराम ने मृतक के गले मे बाँधा हुआ जींस का पेंट खोलकर रायमुनईया की घनी झाड़ियों के अंदर फेंक दिया और वापस अपने घर चले गये । मृतक के पिता अभिराम को यह शक हो गया था कि माता पिता को उसका बेटा संतोष कभी भी जान से मार सकता है
तथा घर बेच कर भाग सकता है इसलिये घटना दिनाँक को मौका देखकर कटारनुमा चाकू से गले मारकर हत्या कर दिया और किसी को पता न चले इसलिये शव को झाड़ियों मे ले जाकर पत्नि की मदद से फेंक दिया । आरोपी पिता अभीराम बिंझवे द्वारा दी गई जानकारी के आधार निशादेही से मृतक संतोष बिंझवे के गले मे बाँधा गया जींस का पेंट खून लगा हुआ तथा घटना मे प्रयुक्त एक तेज धारदार लोहे की कटारनुमा चाकू अभिराम बिंझवे के घर के मण्ढा के ऊपर दीवाल से बरामद करने मे पुलिस को सफलता मिली है । आरोपीगण अभिराम बिंझवे और कुसुम बिंझवे को आज दिनाँक 06/10/2022 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा जा रहा है । उपरोक्त उल्लेखनीय अंधे कत्ल का खुलासा करने मे श्रीमान एसडीओपी महोदय मुलताई नम्रता सोधिया के नेतृत्व में निरी. सन्तोष पन्द्रे थाना प्रभारी आमला, उनि. पुरूषोत्तम गौर चौकी प्रभारी बोड़खी, उनि. हेमन्त पाण्डे, उनि. आबिद अंसारी (प्रभारी एफएसएल), सउनि. पंचम सिंह, सउनि. एम.एल.गुप्ता, प्रआर. मनोज डेहरिया, प्रआर. बसंत उइके, प्रआर. अनंत राम यादव, प्रआर. सुखराम धुर्वे, प्रआर. सुभाष माकोड़े (फोटो), आर. विवेक टेटवार, आर. राजेन्द्र धाड़से (सायबर सेल) , आर. दिपेन्द्र सिंह (सायबर सेल ) आर. रोहित कुशवाह, आर. रामकिशन, आर. बबलू धुर्वे , म.आर. कविता , म.आर. सरोज सोलंकी की भूमिका रही है ।