मुलताई- विक्रम राठौर के पैर कटने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि नगर के एक निजी अस्पताल पर फिर एक महिला के पैरों का गलत इलाज करने का आरोप लगा है।
उक्त परिवार ने संपूर्ण मामले में जांच की मांग की है। जिस महिला का आज पैरों में गैंग्रीन की शिकायत के बाद मौत हो गई । उसकी पुत्री ने मौत के पूर्व अनुविभागीय अधिकारी पुलिस को शिकायत कर मामले की जांच करने की मांग की है।

मामले के संबंध में त्रिवेणी पिता तुलसी अतुलकर ने एसडीओपी कार्यालय पहुंचकर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस को अनमोल हॉस्पिटल मुलताई संचालक डॉ शुक्ला द्वारा गलत इलाज किए जाने की जांच की मांग की गई है। सौपे गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि मेरी माता आशा पिता तूलसी अतूलकर को दो माह पूर्व पैर मे जलन और सीधे पैर मे मामूली घाव होने पर उसके ईलाज हेतू अनमोल हास्पिटल संचालक डॉ0 प्रवीण शुक्ला के यहाँ ले जायां गया था, जहा 15 दिन डॉ०शुक्ला द्वारा मेरी माता आशा का उपचार किया गया, किंतु इस उपचार के दौरान पैर ठीक होने की बजाय एक पैर की बीमारी बढकर दोनो पैरो मे गेंगरीन हो गया , वर्तमान मे मेरी माता मुलताई के निजी हास्पिटल मे जिंदगी और मौत से जूझ रही है । डॉक्टरों का कहना हैं कि मेरी माता का समय पर सही इलाज हो जाता तो उसकी जान संकट मे नहीं पड़ती ।

हाल ही मे नेहरू वार्ड मुलताई निवासी विकम राठौर का भी ईलाज शुक्ला के क्लिनीक मे किया गया था, जिसका पैर काटने के बाद मुश्किल से जान बचाई गई तब भी उक्त डॉक्टर पर गलत इलाज के आरोप लगे थे । मेरी माता आशा की भी तबियत तभी से बिगडी है जब से उक्त डॉक्टर ने ईलाज किया है । मै और मेरा परिवार यह मांग करता है कि उक्त मामले की संपूर्ण जॉच कर अनमोल हास्पिटल पर ठोस कार्यवाही की जावे ।
इनका कहना
हमारे यहां कोई गलत इलाज नहीं हुआ है ।अगर गलत इलाज कि शिकायत करनी थी तो 2 माह पहले करना था इस समय में अनेक डॉक्टरों ने इलाज किया तो फिर सभी की शिकायत करनी चाहिए।
डॉ प्रवीण शुक्ला
संचालक अनमोल हॉस्पिटल मुलताई