बैतूल- आज जहां समाज में अपनत्व खोजना कठिन हो रहा है। अनजान लोगों को लोग रास्ता बताने से कतराते हैं हम बैतूल जिला वासी मानवीय संवेदनाओं के प्रति आज भी सजग है। आज भी हम किसी मजबूर जरूरतमंद के चेहरे की मुस्कुराहट के लिए अपना तन मन धन सब कुछ लगा देते हैं।
ऐसा ही एक वाक्य कुछ दिनों पूर्व हुआ था यूपी गोंडा निवासी शहजादी खान को स्वास्थ्य समस्या के चलते गोरखपुर एक्सप्रेस से बैतूल स्टेशन पर उतारना पड़ा था। उसे बैतूल स्टेशन पर उतारकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

महिला तीन महीने से गर्भवती थी और अचानक गर्भपात की वजह से अत्यधिक रक्तस्राव होने से उसकी तबियत बिगडऩे लगी। ऐसे में बैतूल स्टेशन पर बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी बालापुरे, सचिव भारत पदम एव कुली दुर्गा बोरबार ने ट्रेन से उतारकर महिला को व्हील चेयर से स्टेशन के बाहर लाया। यहां से ऑटो एम्बुलेंस चालक एजाज खान ने महिला को हॉस्पिटल पहुंचाया।
महिला चार दिनों तक जिला अस्पताल में भर्ती रही और यहां स्वास्थ्य में सुधार के बाद मंगलवार को पूरा परिवार अपने गांव के लिए रवाना हुआ। स्टेशन पर कुली दुर्गा के प्रयास से दोनों पति पत्नी को पुरानी टिकट पर ही यात्रा करने के लिए अनुमति दी गई। शहबान एवं शहजादी खान ने बैतूल में स्टेशन से लेकर अस्पताल तक मिली मदद के लिए प्रत्येक सहयोगी का आभार माना है।

गौरतलब है कि दो यूनिट बी पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता पडऩे पर एमपी विनियर्स के महाप्रबंधक एवं ऑटो एम्बुलेंस योजना के सहयोगी अभिमन्यु श्रीवास्तव एवं समाजसेवी मनीष दीक्षित के सहयोग से व्यवसायी ओम आहूजा व्यवसायीने एक-एक यूनिट रक्तदान किया। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति ने महिला की मदद के लिए हॉस्पिटल चौकी प्रभारी सुरेन्द्र वर्मा, डॉ प्रतिभा रघुवंशी, डॉ रानू वर्मा द्वारा ततपरता से किये सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया है।
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