मुलताई- 2 जनवरी को ताप्ती तट से प्रारंभ हुई संपूर्ण ताप्ती परिक्रमा यात्रा 63 दिन तीन प्रदेश मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात से होती हुई 1800 किलोमीटर का पैदल सफर समाप्त कर मुलताई पहुंची।
और संपूर्ण जिले ने इस पदयात्रा का पूरे उत्साह के साथ स्वागत किया। संपूर्ण जिले के गणमान्य नागरिक सभी राजनीतिक दलों के जन प्रतिनिधि मुलताई पहुंचे और ताप्ती यात्रियों का भव्य स्वागत किया। जगह-जगह पुष्प वर्षा की गई। विधायक सुखदेव पांसे एवं नगर पालिका अध्यक्ष नीतू प्रह्लाद परमार ने ताप्ती यात्रियों के पैर पखार कर ताप्ती यात्रियों से आशीर्वाद ग्रहण किया। इस अवसर पर पूर्व भाजपा सांसद हेमंत खंडेलवाल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस, बीजेपी के जनप्रतिनिधि उपस्थित थे ।

इस अवसर पर विधायक सुखदेव पांसे ने कहां की हमारा सौभाग्य है कि हम उसी स्थान पर जन्म लिया जहां मां ताप्ती का उद्गम है । विधायक ने कहा कि पहले एक तरफा ताप्ती परिक्रमा होती थी किंतु आयोजकों के प्रयासों से अब पुरी ताप्ती परिक्रमा होती है इसका श्रेय परिक्रमा यात्रा में शामिल यात्रियों और भक्तों को जाता है। परिक्रमा यात्रा के कार्यकर्ताओं ने आए हुए अतिथियों का सम्मान किया। अतिथियों द्वारा पद यात्रियों का सम्मान किया गया।

पदाधिकारियों द्वारा सेवादारों का सम्मान किया गया। इसके उपरांत भोजन प्रसादी का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया। 2 जनवरी को पवित्र ताप्ती सरोवर से जल कलश भरकर मंदिर में वैदिक पद्धति से पूजा अर्चना कर परिक्रमा पदयात्रा मुलताई से प्रारम्भ हुई थी। यात्रा संयोजक राजू पाटनकर ने बताया कि वर्ष 2021में जब पुरी दुनिया करोना महामारी से पीड़ित होकर नर्वस जीवन व्यतीत कर रहे थे,

उस विषम परिस्थितियों में मां ताप्ती की असीम कृपा से लाडले भक्तो ने संपूर्ण परिक्रमा करने का संकल्प लेकर पदयात्रा प्रारम्भ की थी,जो विषम परिस्थितियों में भी सफल हुई। समिति के राजू पाटणकर ने बताया कि 63 दिन में 1800 किलोमीटर की पैदल यात्रा हुई है। जिसमें हजारो की संख्या में श्रद्धालु पैदल चले है। यात्रा ताप्ती उद्गम से शुरू होकर वापस ताप्ती उद्गम पर ही समाप्त हो रही है। इस दौरान यह ध्यान रखा गया है कि नदी को कहीं क्रॉस न किया जाए।

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