भोपाल हम इंडिया एडिटोरियल टीम – आर्थिक आधार पर आरक्षण,जातिगत आरक्षण की पुन: समीक्षा और एट्रोसिटी एक्ट के विरोध सहित 21 सूत्रीय मांगों को लेकर राजपूत करणी सेना एवं सर्व समाज का जंबूरी मैदान भोपाल पर प्रारंभ हुआ आंदोलन दूसरे दिन भी जारी है।
सोमवार की दोपहर को आंदोलनकारी जंबूरी मैदान से एमपी नगर जा रहे करणी सेना के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को भेल चौराहे पर पुलिस ने रोक दिया। जंबूरी मैदान से करणी सेना परिवार के लोग एमपी नगर चौराहे पर लगी महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए निकले थे।जैसे ही जंबूरी से एमपी नगर की तरफ बढ़े रहे आंदोलनकारी को चौराहे पर पिपलानी पुलिस ने रोक लिया।

प्रदर्शन को रोकने के बाद करणी सेना एवं सर्व समाज ने हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया है। संगठन के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर धरने के दौरान उन्हें कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस प्रदर्शन में राजपूत समाज, सर्व समाज के 3 लाख से भी अधिक लोग शामिल हुए है। संगठनों ने कहा है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती हम नहीं हटेंगे। विश्लेषण कर्ताओं का मानना है कि यह आंदोलन दिल्ली में जारी किसान आंदोलन की तर्ज पर ही चल सकता है, क्योंकि संगठन पूरी तैयारी के साथ जंबूरी मैदान पहुंचे है।

जीवन सिंह शेरपुर ने कहा है कि हम आंदोलन को लंबा नहीं खींचना चाहते रविवार को,आंदोलन प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने सरकार को चेताया था। कि सरकार जातिगत आरक्षण समाप्त करें वरना हम चुनावी राजनीति से परहेज नहीं करेंगे। हम व्यवस्था सुधार के लिए आंदोलन कर रहे हैं। सवर्ण और पिछड़ा वर्ग हमारे साथ है। हम मिलकर तख्ता पलट देंगे। करणी सेना, आर्थिक आधार पर आरक्षण, जातिगत आरक्षण की पुन: समीक्षा और ऐट्रोसिटी एक्ट के दुरुपयोग के विरोध सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रही है।

यह है करणी सेना की मांगे-
एससी एसटी एक्ट के बिना जांच की गिरफ्तारी पर रोक लगाया जाए। जाति के आधार पर आरक्षण बंद कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया जाए। भर्ती कानून बनाया जाए व्यापम में 1 लाख पदों और अन्य विभागों में जल्द भर्ती की जाए। भर्ती होने पर बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। सामान्य पिछड़ा वर्ग एक्ट बनाया जाए, जो सामान्य और पिछड़ा वर्ग की sc-st के अत्याचार से रक्षा करें ,किसान के हित में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू किया जाए, ताकि किसानों को उपज का सही मूल्य मिल सके। MPPSC की 2019,2020-2021 की भर्तियां संवैधानिक रूप से पूर्ण की जाए। कर्मचारियों की पुरानी पेंशन फिर चालू की जाए। गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए, गोबर और गोमूत्र को सरकारी स्तर पर खरीदने की व्यवस्था करें। पद्मावत फिल्म के विरोध में दर्ज प्रकरण वापस लिया जाए। रोजमर्रा की चीजों को जीएसटी से मुक्त किया जाए, बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाया जाए। छत्रिय महापुरुषों के इतिहास में छेड़छाड़ को तुरंत रोका जाए।