Multai BJP: पार्षदों सरपंचों सहित किसान संघ ने किया जिला बनाओ अभियान का समर्थन

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सांसद का अब तक नहीं मिला समर्थन पत्र

मुलताई-मुलतापी को जिला बनाओ आंदोलन 1 सितंबर से शुरू होकर अब आमरण अनशन तक पहुंच चुका है।

शुक्रवार से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार से मोहन सिंह परिहार ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। शनिवार भाजपा पार्षद, 9 ग्राम पंचायत के सरपंच, भारतीय किसान संघ सहित परिवार परामर्श केंद्र के परामर्श दाताओं ने आंदोलन मंच पर पहुंचकर मुलताई को जिला बनाने की मांग का समर्थन किया। अभी तक सैकड़ो की संख्या में सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक संगठनों का समर्थन मिल चुका है।

भाजपा पार्षदों ने दिया समर्थन, कहा नगर पालिका में रखेंगे प्रस्ताव-

मुलतापी जिला बनाओ आंदोलन के समर्थन में शनिवार भाजपा पार्षद वर्षा गढ़ेकर, डॉ जी ए बारस्कर, शिल्पा शर्मा, कुसुम पवार, अजय यादव, महेंद्र पिल्लु जैन ने मंच पर पहुंचकर अपना समर्थन जताया। वर्षा गढ़ेकर ने कहा कि वे सभी पार्षदों के साथ मिलकर नगर पालिका परिषद में मुलताई को जिला बनाने का प्रस्ताव रखेंगे।

सांसद का अब तक नहीं मिला समर्थन पत्र-

मुलतापी को जिला बनाओ आंदोलन समिति के सौरभ जोशी ने बताया कि आंदोलन के दूसरे दिन 2 सितंबर को सांसद डीडी उईके से फोन पर मुलताई को जिला बनाए जाने के समर्थन में पत्र जारी करने और मंच पर आकर अपना समर्थन देने के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई थी। जिस पर उन्होंने जल्द से जल्द समर्थन पत्र जारी कर मुलताई आकर समर्थन करने की बात कही थी। आंदोलन के 16 दिन और आश्वासन के 14 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक ना तो सांसद डीडी उईके का कोई समर्थन पत्र प्राप्त हुआ और ना ही वे मुलताई पहुंचे। जिससे उनकी मंशा साफ नजर आती है कि वे मुलताई को जिला बनाने के प्रति उदासीन है और इस विषय में उनकी कोई रुचि नहीं हैं। जबकि पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल के साथ पांढुर्णा को जिला बनाए जाने के संबंध में चल रहे आंदोलन में समर्थन करते हुए हस्ताक्षर करके आए थे। मुलताई की जनता और जिला बनाओ आंदोलन के लोगो को सांसद डीडी उईके के समर्थन का इंतजार है। हालांकि संबंध में उनसे फोन पर संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। मुलताई नपा में सांसद प्रतिनिधि विजय शुक्ला ने बताया कि फिलहाल वे संसद सत्र में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हुए हैं। उनसे बात हो चुकी है वे भी चाहते हैं कि मुलताई जिला बने।जल्द ही अपने समर्थन पत्र के साथ मुलताई पहुंचकर जिला बनाने का समर्थन करेंगे।

9 पंचायतो के प्रतिनिधियों ने कहा मुलतापी बने जिला-

शनिवार आंदोलन के मंच पर ग्राम पंचायत पिसाटा, साईंखेड़ा, वलनी, टेमझिरा, मोहरखेड़ा, उभारिया, बोथिया, साबड़ी और बानूर के प्रतिनिधियों ने पहुंच कर मुलताई को जिला बनाए जाने के संबंध में अपना समर्थन दिया और कहा कि मुलताई को जिला बनाया जाना चाहिए। उनकी पंचायत और पंचायत के समस्त ग्रामवासी इस मांग का समर्थन करते हैं। जिला बनाने के लिए किया जा रहे हैं आंदोलन में तन, मन, धन से साथ में है।

भारतीय किसान संघ ने कहा: अभी तक बना देना चाहिए था जिला-

जिला बनाओ आंदोलन के मंच पर समर्थन करने आए भारतीय किसान संघ मुलताई इकाई के उपाध्यक्ष लखन पाठकेर ने कहा कि मुलताई क्षेत्र में जिला बनाने के लिए परिपूर्णता है, बावजूद इसके हमारे क्षेत्र के बड़े-बड़े नेताओं को शर्म आनी चाहिए, अभी तक मुलताई को जिला घोषित कर दिया जाना चाहिए था। लेकिन आज भी हमें आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की है की जल्द से जल्द से मुलताई को जिला घोषित किया जाए। उनके साथ मुलताई इकाई के अध्यक्ष ओंकार साहू, मंत्री दिनेश सोलंकी, ज्ञान सिंह सिसोदिया, संजीव चढ़ोकार, राजेश चढ़ोकार, लखन सिंह चौहान, घनश्याम सिंह सोलंकी, शेर सिंह सोलंकी, अनिल नरवरे आदि उपस्थित रहे। वही परिवार परामर्श केंद्र के परामर्शदाताओं ने भी मंच पर पहुंचकर मुलताई को जिला बनाए जाने का पुरजोर समर्थन किया। जिसमें कल्पना भार्गव, मीणा मानकर, एमके वर्मा, एम के सातपुते, सुषमा चंदेल और प्रदीप देशमुख मुख्य रूप से शामिल रहे।


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