भोपाल हम इंडिया न्यूज़ एडिटोरियल टीम- मतदान के दिन अपने घर, नगर से दूर रहने वाले मतदाता भी अब अपने पसंदीदा प्रत्याशी को मतदान कर सकेंगे।इसके लिए निर्वाचन आयोग ने रिमोट वोटिंग मशीन आरवीएम का डेमो राजनीतिक दलों को बता दिया है।
चुनाव आयोग ने आरवीएम यानी रिमोट वोटिंग मशीन का प्रोटोटइप दिखा दिया इसका डेमो 8 नेशनल और 57 रीजनल पार्टियों के सामने दिखाया गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक आबादी का एक बड़ा हिस्सा जरूरी कामों के चलते या यात्रा की वजह से अपना वोट नहीं दे पाते इस सिस्टम के एक्टिव होने के बाद ऐसे मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे।

आरवीएम इस सिस्टम की मदद से घर के दूर यानी दूसरे राज्य या शहर में बैठे रहने वाले वोटर भी मतदान कर सकेंगे। दैनिक भास्कर के मुताबिक 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान देश में कुल 91 करोड़ मतदाता थे इनमें 30 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपना मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया। अब उन वोटर्स को अपने घर या गांव जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी वोटर जिस शहर में रह रहे हैं उसे वहीं बनाए गए स्पेशल बुथ रिमोट वोटिंग सिस्टम पर जाना होगा और अपना मत का उपयोग करना होगा।

रिमोट वोटिंग मशीन के जरिए कैसे देंगे वोट–
बूथ पर पीठासीन अधिकारी वोटर की आईडी को वेरीफाई करने के बाद उसके कांस्टीट्यूएंसी कार्ड को स्कैन करेंगे, इसके बाद पब्लिक डिस्प्ले यूनिट यानी एक बड़ी स्क्रीन पर वोटर के कांस्टीट्यूएंसी का नाम दिखाई देने लगेगा। उसके बाद वोटर अपने पसंद के उम्मीदवार को वोट करेगा और कैंडिडेट नंबर के साथ यह वोट दर्ज हो जाएगा। VVPAT क्लिप में स्टेट कोड और कांस्टीट्यूएंसी कोर्ट के साथ ही कैंडिडेट का नाम सिंबल और सीरियल नंबर भी आता है।
रिमोट वोटिंग सिस्टम RVM का विरोध क्यों–
कांग्रेस समेत 16 राजनीतिक दलो ने आरवीएम सिस्टम पर अपना विरोध जताया है। कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह का कहना है किआरवीएम सिस्टम अभी बहुत अधूरा है इसमें भारी राजनीति समस्याएं है। प्रवासी श्रमिकों की परिभाषा और संख्या भी साफ नहीं है ऐसे में हम आरवीएम का समर्थन नहीं करते।